केजरीवाल के दावों का Fact Check, जानिए जीबी पंत अस्पताल के मरीजों ने केजरीवाल को कितने नंबर दिए

केजरीवाल के दावों का Fact Check, जानिए जीबी पंत अस्पताल के मरीजों ने केजरीवाल को कितने नंबर दिए

अम्बुज यादव

वैसे तो दिल्ली सहित पूरे उत्तर भारत में ठंड है, लेकिन राजधानी दिल्ली में चुनावी समर का बिगुल फूंका जा चुका है। चुनावी बिगुल के बाद सभी पार्टियां अपने-अपने तरीके से जनता को अपनी तरफ करने की तैयारी शुरु कर चुकी हैं हैं। इसी बीच हम आम आदमी पार्टी द्वारा सरकारी अस्पताल को लेकर क‍िए गए दावों की जांच पड़ताल करने जीबी पंत अस्पताल पहुचे, जहां पर लोगों से केजरीवाल सरकार के वादों और दावों के बारे में बात की। कई लोग केजरीवाल से खुश दिखे तो कई लोग नाराज भी द‍िखे।

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जीबी पंत अस्पताल में जब हम फ्री दवाओं और फ्री जांच के दावों की पड़ताल करने लोगों के पास गये तो उस दौरान हमने अनुराग से बात की, जो अपनी पत्नी का इलाज कराने आए थे। उनसे जब हमने पूछा कि क्या आपको यहां सभी दवाइयां फ्री मिलती है, तो उन्होंने बताया कि हां। उन्हें सभी दवाइयां और जांच सब फ्री मिल रही हैं। उन्होंने बताया कि वो कई बार इस अस्पताल में आ चुके हैं, लेकिन पिछले 5 सालों में उन्होंने अस्पताल में बहुत बदलाव देखा है। पहले की अपेक्षा अस्पताल में मरीजों को ज्यादा दौड़ भाग नहीं करनी पड़ती और डॉक्टर समय से सभी मरीजों को देखते हैं।

इस दौरान हमने अस्पताल में काम कर रहे एक कर्मचारी से बात की तो उन्होंने बताया कि ये बात सच है कि सरकार ने जो वादा और दावा किया है, वो आधा सच है। सिर्फ सरकारी कर्मचारियों को सभी दवाइयां फ्री मिलती हैं। आम लोगों को आधी दवाइयां फ्री मिलती है और आधे के दाम देने पड़ते हैं।

इस पड़ताल में हमने कई लोगों से बात की तो अधिकतर ने कहा कि केजरीवाल सरकार अपने कई वादों पर खरी उतरी है। उस हिसाब से केजरीवाल के इस वादे को लोगों ने 100 में से 99 नबंर दिया। यही नहीं लोगों ने बताया कि केजरीवाल सरकार ने अपने 5 सालों मे अस्पताल की हालत हद से ज्यादा सुधार दी है।

जब  हम जीबी पंत अस्पताल के बाहर दवाइयों के स्टोर पर गए और वहां बातचीत की तो उन्होंने कहा की केजरीवाल सरकार अस्पताल में सभी दवाएं भले फ्री हैं, लेकिन कई दवाइयां वहां म‍िलती ही नहीं हैं तब मरीज यहां आकर ही दवाइयां खरीदते हैं। इन दुकानदारों ने माना क‍ि उनका धंधा कमजोर हुआ है।

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